ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे.

अब तक की सबसे बड़ी खोज यह है कि व्यक्ति महज अपना दृष्टिकोण बदल कर अपना भविष्य बदल सकता है.

महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं

जो यह सोचतें हैं कि उनके पास कसरत करने के समय नहीं है, उन्हें देर-सबेर बीमार पड़ने के लिए समय निकालना पड़ेगा.

उदासियों की वजह तो बहुत है जिंदगी में, पर बेवजह खुश रहने का मजा ही कुछ और है…

Tuesday, May 29, 2018

घमोरियां (Heat Rash) के कारण,लक्ष्यण और इलाज

घमोरियां (Heat Rash) के कारण,लक्ष्यण और इलाज

गर्मी का मौसम सुरु हो गया है और दिन ब दिन तापमान बढ़ रहा है साथ ही बिमारियों की संख्या भी खूब बढ़ रही है | घमोरियां,ऐलर्जी होना तो इस मौसम में आम बात है | और कितने भी कोशिश किया जाए इन से बचना बहुत ही मुस्किल काम है | ख़ास कर बच्चे घमोरियां से ज्यादा प्रभावित होते है |तो दोस्तों आज हम आप को घमोरियां से समन्धित सारी जानकारी प्रदान करेंगे | और हमें यकीन है इस ब्लॉग के पढ़ने के बाद आप अपने  दिन घमोरियां खुजाने में नहीं निकालेंगे | 

  • घमोरियां = गर्मियों में त्वचा में होने वाले छोटे लाल उभार को घमौरियां कहते है | इसे अंग्रेजी में Heat Rash व Prickly Heat कहते है,जिसका अर्थ कांटेदार अथवा गर्मी में होने वाले दाने है | घमोरियां होने का मुख्य कारण गर्मी और पसीना है | यह तब होता है जब हमारे त्वचा के अवरुद्ध छेद पसीना को बाहर नहीं निकलने देते ,इसीलिए शायद आप ने गौर किया होगा की पीठ,शीना,पेट,गर्दन ऐसी जगह पर ही घमोरियां होती  है जहा हमारा शरीर कपड़ो से ढका हुआ होता है | वैसे तो सभी उम्र के लोग घमोरियां से परेशान रहते है लेकिन यह ज्यादा तर बच्चो में देखा जाता है | 

  • घमोरियां क कारण - Causes of Heat Rash                                                          
  • पसीना न निकलना   
  • त्वचा पर पसीना जमा होना      
  • त्वचा को हवा न मिलना 
  • टाइट कपडे पहनना 
  • शरीर में पानी की कमी होना 
  • शरीर को ठंडा गरम लगना 
  • गर्मी में oily चीज़ों का सेवन करना | 



  • घमोरियां में  ध्यान देने योग्य बातें - Things to note in Heat Rash 

    • हलके व खुले कपडे पहने :- घमोरियां का संक्रमण ज्यादा तर कपड़ो से ही फैलता है | टाइट कपडे पहनने के कारण पसीना अंदर दब जाता है और सूख जाता है,इसलिए कपड़ों में विशेष ध्यान देना चाहिए | गर्मियों में हलके व खुले कपडे ही पहनना चाहिए जिससे आपके त्वचा को बराबर मात्रा में हवा मिलती रहे,गर्मियों में सिल्क और नाइलन के कपड़े पहने से इन्फेक्शन होने का डर रहता है | आप कॉटन मिक्स सिल्क व शिफॉन के कपडे पहन सकते है जो पसीना आराम से सोख लेते है |                                                   
    • शरीर के साफ सफाई में ध्यान दे :- गर्मी में अपने साफ़ सफाई में हमे बहुत ध्यान देना चाहिए | हमारे शरीर से जो पसीना निकलता है वह साफ़ न होने के कारण घमोरियां होता है | पसीना वाले अथवा गीले कपडे हमें तुरंत बदल लेना चाहिए | गर्मियों के मौसम में नीम के पत्तियां को १० मिनट तक उबाल कर नहाने के पानी में मिलाएं और इससे स्नान करे | इससे घमोरियां में बहुत लाभ मिलता है |                       
    • घर से निकलते वक़्त पानी जरूर पिए :- घर के बुजुर्गों से आप लोगो ने सुना ही होगा की गर्मियों के मौसम में घर से बहार निकलते वक़्त पानी पीना चाहिए जिससे आप को लू (सन स्ट्रोक) नहीं लगती | जी हाँ दोस्तों घर से बाहर निकलने से पहले पानी पीने से लू नहीं लगती लेकिन इस का एक और फायदा है | शरीर में पानी के कमी होना घमोरियां का कारण बन सकता है | इसीलिए हमे कही भी बहार जाने से पहले एक गिलास पानी जरूर पीना चाहिए जिससे शरीर में पानी की कमी महसूस ना हो |                                                      
    • खान पिन में ध्यान दे :- गर्मियों में खान पिन का हमें बहुत ध्यान रखना पढता है | गर्मी में किया गया भोजन का असर हमारे शरीर में तुरंत दिख जाता है | कुछ चीज़े ऐसे होती है जीने खाने से हमारे शरीर में और भी ज्यादा गर्मी बढ़ जाती है | मसाले,ड्राई फूड्स,चाय या कॉफ़ी,ऑयली और जंक फ़ूड इन चीज़ों का गर्मी में ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए | क्योंकी यह ज्यादा मात्रा में सेवन करने से शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है और शरीर के गर्मी के कारण ही घमोरियां होती है | 

  • घमोरियां के लिए घरेलु नुस्खे - Home remedies for Heat Rash  
    • मुल्तानी मिटटी में गुलाबजल मिलाकर घमोरियां वाले जगह लगाने से घमोरियां में राहत मिलती है | 
    • घमोरियां से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है Cotton के कपडे में ice cube डाल के घमोरियां वाले जगह लगायें | 
    • १ गिलास पानी में निम्बू का रश मिलाकर Cotton के कपडे से घमोरियां वाले जगह लगाने से खुजली में राहत मिलती है | ( यह नुस्खा छोटे बच्चों के लिए प्रयोग न किया जाए )
    • खीरा ठंडा होने की वजह से घमोरियां में बहुत फायदेमंद होता है | खीररे को पतले टुकड़ों में काट के घमोरियां वाले जगह पर लगाने से जलन व खुजली कम होती है और साथ ही घमोरियां जल्दी ठीक होती है | 
    • हल्दी,बेसन का उबटन बनाके लगा ले और सुखने के बाद ताजा पानी से नहाये घमोरियां जल्दी ठीक होंगी | 











    Saturday, May 26, 2018

    Meditation

    ध्यान क्या है ? 

    ध्यान के फायदे ?

    ध्यान मानव जीवन का महत्वपूर्ण अंग है | मन की एकाग्रता को ही ध्यान कहते है | ध्यान अपने मन को बस में करने की कला है | ध्यान उस टॉर्च लाइट की तरह हे जो लाइट की किरणे एकत्रित करके एक जगह फोकस करता है और फलस्वरूप बल्ब की तरह अन्धकार को मिटाने वाली रोशिनी प्रदान करता है | लोग इस संसार में सुख की तलाश करते है | सुख की तलाश में यहाँ वह भटकते रहते है दुनियां में अनेका अनेक प्रयास करते है सुखी रहने के लये किन्तु परन्तु इस संसार में कही सुख की प्राप्ति नहीं होती लेकिन यह सुख मानव को ध्यान करने से प्राप्त होती है | ध्यान समुद्र की उस शांत लहरों की तरह है,जिस प्रकार समुद्र शान्त रहता है उसी प्रकार मानव मन भी शान्त रहना चाहिए | यदि समुद्र अशांत हो जाये तो समुद्र में सुनामी उठती है और तबाही मचा देती है इसी प्रकार मानव मन अशांत हो तो मानव जीवन में तबाही मचा देती है | इसीलिए मन को शान्त करने के लिए हमें ध्यान की आवश्यकता होती है |

    सिद्ध पुरुषों में बाहरी सुख भोगने की कामना नहीं होती वह ध्यान के माध्यम से अपने अंदर ही सुख प्राप्त कर लेते है | बाह्य सुख से मानव कुछ समय प्रसन्न्ता प्राप्त कर सकते है,लेकिन आतंरिक सुख की प्राप्ति से मानव हमेशा प्रसन्न रहता है | और आतंरिक सुख प्राप्त करने का एक ही माध्यम है वह ध्यान है |ध्यान करने की छमता किसी में कम तो किसी में ज्यादा भी होती है | वह मानव के अभ्यास में निर्भर करता है,जैसे किसी आम आदमी से कई गुना ध्यान करने की शक्ति सिद्ध पुरुषों,संतों में होती यह नियमित ध्यान करने का ही परिणाम है |
    ध्यानाधीनं जगत सर्व ,मन्त्राधीनं च देवता 
    तद ध्यान मन्त्रं मानवाधिनं, तस्माद मानव देवता | 

    इस मंत्र का अर्थ इस प्रकार है :-
    सारा जगत ध्यान के अधीन है,सभी देवता मन्त्रों के अधीन में है और यह मंत्र और ध्यान मानव के अधीन है इसीलिए मानव ही देवता है | जो मनुष्य नित्य ध्यान करते है उन्हें इस मंत्र में देवता का दर्जा दिया गया है | आइए जानते है महा पुरुषों की ध्यान के ऊपर क्या धारणाएं  है :- 
    १. स्वयं के साथ होना ध्यान  है | 
                                     Osho The Dhammapada: The Way of the Buddha, Vol. 06
    २. सारी शिक्षा ब्यर्थ है ,सारे उपदेश ब्यर्थ है,अगर वह तुम्हे अपने अंदर डूबने की कला नहीं शिखाती | 
                                                                           Gautam Buddha

    ध्यान करने के फायदे :-

    ध्यान से मन में होने वाले अस्थिरता को नियंत्रण किया जा सकता  है |
    दोस्तों हमारे मन में विभिन्न प्रकार के विचार उत्पन्न होते रहते है चाहे वह अच्छे हो या बुरे | इसका कारण  मन है जो की बहुत चंचल है | आप कोई काम करने की कल्पना करते है और अगले ही पल आपका उस काम से मन हट कर दूसरे काम की तरफ चला जाता है| ऐसा इसलिए होता है क्यों की आपका का मन स्थिर नहीं है | लोग कुछ अच्छा होता है तो बहुत खुश होते है और कुछ बुरा होने पर बहुत परेशान रहते है यह मन की अस्थिरता के कारण ही है जो नियमित रूप से ध्यान करते है वो अच्छा,बुरा,सुख व दुःख सभी स्थिति में एक जैसा ही व्यवहार करते है | 
    मानशिक कमजोरी एवं भूलने की समस्या से मुक्ति मिलती है | 
    नित्य ध्यान व Meditation करने वाले व्यक्तियों की स्मरण शक्ति कमाल की होती है | और यह भी सत्य है की ध्यान से मानशिक कमजोरी व भूलने की बीमारी सही हो जाती  है | मानशिक कमजोरी तनाव व डिप्रेशन से होती है | इस को नियंत्रण करने का एक मात्र उपाय है ध्यान करना क्यों की जब हम ध्यान करते है तो तनाव मुक्त हो जाते है |
    मानशिक तनाव,चिंता एवं भय से मुक्ति मिलती  है | 
    तनाव जिसे हम डिप्रेशन भी कहते है | एक ऐसी बीमारी है जिसमें इन्सान उदासी,भय,हिन भवना का शिकार होता है | ऐसे अवस्था में इंसान को अपने मनचाहे काम में रूचि न होना,मूड ख़राब रहना,बेचैनी महसूस करना,नींद न आना जैसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है | बहुत सारे रिसर्च से यही पता चला है की डिप्रेशन,तनाव जैसे बिमारियों का ध्यान के माध्यम से आसानी से इलाज हो सकता है | ध्यान तनाव में उतना ही असरदार है जितना लोग तनाव मुक्त होने के लिए नशीली चीज़ो का प्रयोग करते है लेकिन फर्क सिर्फ इतना है की नशीली चीज़ो के प्रयोग से लोग थोड़े देर के लिए तनाव मुक्त हो सकते है जबकि ध्यान के माध्यम से लोग हमेसा तनाव मुक्त रहते है |  
    ध्यान से क्रोध पर नियंत्रण किया जा सकता है | 
    क्रोध नहीं करना चाहिए यह तो सब जानते ही है | और बचपन से भी यही शिखते आ रहे है की क्रोध करना गलत है क्रोध नहीं करना चाहिए लेकिन दोस्तों जब क्रोध आता है तो फिर इन सब बातों का कोई मतलब नहीं रह जाता | आप चाहे अपने आप को कितना भी समझाए लेकिन क्रोध से नहीं बच पाते | लेकिन क्रोध पर विजय पाया जा सकता है और यह सिर्फ ध्यान (Meditation) से ही संभव है | ध्यान आप को शहनशील व शांत बनता है | जिसके फलस्वरूप क्रोध आप में हाबि नहीं हो सकता|    
    मित्रों, अगले ब्लॉग में हम ध्यान के प्रकार वह इसको करने की विधि के बारे में बात करेंगे | अगर आपको मेरा यह ब्लॉग पसंद आया है तोह प्लीज इस ब्लॉग को शेयर करे और अपने साथ-साथ अपने घर परिवार वालों को,दोस्तों को एवं अपने आस-पास रहने वाले सभी को ध्यान के बारेमें अतः ध्यान के विषेशताओं के बारेमें बतलाकर कर एक खुशहाल जिंदगी प्रदान करें | तब तक के लिए:- 
    स्वस्थ रहे,मस्त रहे और तंदुरुस्त रहे 
      







    Tuesday, May 22, 2018

    Health Tips :-

    अच्छी सेहत के नुस्खे 

    दोस्तों आज का हमारा विषय बहूत ही महत्वपूर्ण है | आज हम स्वास्थ के विषय में चर्चा करने जा रहे है | स्वास्थ्य एक व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और सामाजिक बेहतरी को संदर्भित करता है। एक व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए तब कहा जाता है जब वह किसी भी शारीरिक बीमारियों, मानसिक तनाव से रहित होता है और अच्छे पारस्परिक संबंधों का मज़ा उठाता है | क्या आप को पता है हम रोज के छोटी छोटी बातों को नज़रअंदाज़ करके अपने स्वास्थ को कितना नुकशान पंहुचा रहे हैं | हम हमारे सब काम को सही ढंग से कर लेते है लेकिन जब बात हमारी स्वास्थ की होती है तो हम आलसी बन जाते है | इसी आलस के कारण नयी नयी शारारिक परिशानियों से जूझ रहे होते है | आज हम यहाँ कुछ स्वास्थ से संबंदित नुस्खों के बारे में जानकारी लेंगे जीने हमारे रोजमर्रा की ज़िन्दगी में अपनाने से हम शाररिक तथा मानशिक रूप से स्वस्थ हो सकेंगे  | 

    uniquelifestyle1.blogspot.com


    1.दिन में कम से कम २ - ३ लीटर पानी का सेवन करे :-

    पानी न सिर्फ हमारे प्यास बुझाता है बल्कि पाचन-तंत्र को भी दुरुस्त रखता है | पानी आपके वजन घटाने में भी मदद करता है | पानी कुछ हद तक सिर व पीठ दर्द को कम करता है | यह त्वचा के ऊतकों को फिरसे भरता है, त्वचा को नमी और इलास्टिसिटी प्रदान करता है। युवा दिखने का सरल उपाय अपनायें और पानी पीयें | 

    Keep Calm & Drink Water

    2.कम से कम ६ घंटे की नींद जरूर लें :-

    एक व्यक्ति को पूरे दिन में कितने घंटे सोना चाहिए इसको लेकर विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है | उम्र के अनुसार भी सबकी नींद की ज़रूरतें अलग अलग होती है | अच्छी नींद हमारे शरीर के लिए उतनी ही ज़रूरी है, जितने कि अन्य पोषक तत्व | पर्याप्त मात्रा में नींद लेना हमारे शरीर की दिनचर्या का मुख्य भाग है | अगर हम एक रात पर्याप्त नींद न ले तो अगले दिन थकावट होगी और स्वभाव भी चिड़चिड़ा रहेगा | कम सोने के जितने नुकशान है उससे कई गुना नुकशान ज्यादा सोने से होती है | ज्यादा सोने का एक सबसे बड़ा दुष्परिणाम यह है कि व्यक्ति के शरीर में अनावश्यक आलस बना रहता है | अधिक सोने वाले लोगो में टेंशन, डिप्रेशन का शिकार होने की सम्भावना अधिक होती है और काम में भी बिलकुल मन नहीं लगता | इसलिए एक शोध के अनुशार व्यक्ति को ६ घंटेकी नींद पर्याप्त होती है बताया गया है |  

    3.डॉक्टर से सलाह लिए बिना दवाई न ले :-

    जैसा की मैंने पहले ही बताया था की हमारे द्वारा किये गए छोटी छोटी गलतियों से ही हमें नुकशान होता है और उनही गलतियों में से यह भी एक है | अक्सर सर दर्द ,घुटनों में दर्द ,कमर दर्द या फिर कब्ज जैसे परेशानी में हम डॉक्टर से बिना सलाह लिए ही पैन किलर (Pain killer) अथवा एलोपैथिक दवाइयों सेवन करते है |  इसमें कोई दो राय नहीं कि एलोपैथिक दवाएं अपने तेज़ असर से हमें सही कर देती हैं, कुछ ही समय में वापस पहले जैसा करने का वादा करती हैं और करके भी दिखाती हैं। लेकिन इसके साथ ही यह दवाएं कुछ नकारात्मक प्रभाव छोड़ जाती हैं सर्वप्रथम ऐसे अवस्थाओं में दवाई के जगह घरेलु नुस्खों से इलाज करने का प्रयत्न करना चाहिए अगर दवाई लेना ही पड़े तोह फिर डॉक्टर से सलाह मश्वरसा करके दवाई लेनी चाहिए | 


    4. सुबह जल्दी उठे :-

    The Miracle Morning’ के लेखक हाल एलरोड ये मानते हैं, कि जो व्यक्ति सुबह जल्दी उठता है, उसकी ज़िन्दगी ३६० डिग्री पलट जाती है | प्रातः उठने वाले लोगों के जीवन में बड़ा बदलाब आता है और वही लोग जीवन में शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ हो पाते है | सुबह जल्दी उठने से ५० प्रतिषत बिमारियों का इलाज अपने आप हो जाता है | में फेसबुक , व्हाट्सप्प एवं अन्य सामाजिक संजालों को धन्यवाद करता हु जिसकी बदौलत आज कल की युवा पीढ़ी सुबह जल्दी उठने में कोई कसर नहीं छोड़ती | लेकिन मित्रों ,प्रातः जल्दी उठने से ही स्वास्थ सही नहीं रहता | सर्वप्रथम हमें सुबह उठ के २ गिलास पानी पीना चाहिए जिससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ निकल जाते हैं और हमारा खून भी साफ होता है | जो लोग सुबह उठकर खाली पेट पानी पीते हैं उन्हें कब्ज की शिकायत नहीं होती | सुबह उठकर पानी पीने से गले, मासिक धर्म, आंखों, पेशाब और किडनी संबंधी कई समस्याएं शरीर से दूर रहती हैं.| और प्रातः उठ के हमेसा मॉर्निंग वाक या व्यायाम करना चाहिए | 

    5. फ़ास्ट फ़ूड का सेवन ना करे :-

    एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन अच्छा पौष्टिक भोजन और अच्छी आदतों का होना बहुत आवश्यक होता है | आज के आधुनिक युग में लगभग सभी लोग जंक फूड खा रहे हैं क्योंकि यह बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं, आसानी से हर जगह उपलब्ध होते है और कम दाम में भी मिलते हैं |  पहले लोग जंक फ़ूड को कभी-कभी ही बाहर जाने पर खाया करते थे पर अब धीरे-धीरे लोग इसे अपने हर दिन का खाना बनाते जा रहे हैं जिसके कारण लोगों को कई प्रकार के स्वास्थ्य से जुडी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है मैदे और तेल बने ये जंक फूड आपकी पाचन क्रिया को भी प्रभावित करते है | इससे कब्ज की समस्‍या उत्‍पन्‍न होती  है  | फ़ास्ट फ़ूड के निरंतर सेवन करने से वजन बढ़ने लगता है और 80 फीसदी लोगो को दिल की बीमारी का खतरा रहता है | 


                                                   uniquelifestyle1.blogspot.com
                                           

    दोस्तो ऐसे ही और बहुत Health tips है जीने अपना कर एक स्वस्थकर ज़िन्दगी बिता सकते है | मैं अपनी अगली ब्लॉग में कई सारे और टिप्स के बारे में बताऊंगा | स्वास्थ ही सबसे बड़ा धन है इस लिए अच्छी आदतों को अपनाइये और बुरे आदतों का त्याग करे | 

    स्वस्थ रहे,मस्त रहे,तंदुरस्त रहे  


    निरोगी रहने के लिए हर सुबह एक सेब जरूर लें ;






    नियमित कसरत करने से आपका स्वास्थ सही रहने के साथ साथ आपका वक्तित्व भी अच्छा बन जाता है ; 

       

                                                                                   










    सुबह जॉगिंग,रनिंग एवं वाक करना सबसे अच्छा शाररिक व्यायाम माना गया है ;